Haryana Weather Update : हरियाणा में अब की बार मानसून सीजन की धमाकेदार शुरुआत हुई है और प्रदेश के लगभग सभी जिले बारिश से सराबोर नजर आए. सबसे अधिक बरसात प्रदेश के पांच जिलों चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, नूंह और यमुनानगर में हुई. यहां बरसात का आंकड़ा 300 एमएम को पार कर गया. आमतौर पर 25 जुलाई तक इस सीजन में 175.7 एमएम बरसात होनी चाहिए थी, लेकिन अब की बार 19% ज्यादा 209.2 एमएम बरसात रिकॉर्ड की जा चुकी है.
प्रदेशभर में मानसून ने दिखाई जबरदस्त ताकत
हरियाणा में इस बार मानसून की धमाकेदार एंट्री हुई है। राज्य के लगभग सभी जिलों में अच्छी-खासी बारिश हुई है, जिससे खेतों में नमी, जलस्तर में वृद्धि और तापमान में गिरावट जैसे सकारात्मक प्रभाव देखने को मिले हैं। अब तक प्रदेश में सीजनल एवरेज से 19% ज्यादा, यानी 209.2 एमएम बारिश दर्ज की जा चुकी है।
इन 5 जिलों में रिकॉर्डतोड़ बारिश (300 एमएम से अधिक)
चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, नूंह और यमुनानगर जैसे जिलों में 300 एमएम से ज्यादा बारिश हुई है। ये आंकड़ा सामान्य से कहीं अधिक है और ये जिले इस सीजन में सबसे अधिक वर्षा प्राप्त करने वाले क्षेत्रों में शामिल हो चुके हैं। इस बारिश ने जहां किसानों के चेहरे पर मुस्कान लाई, वहीं निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति भी बनी।
आज रहेगा मौसम साफ, 15 जिलों में बारिश की कोई संभावना नहीं
भारत मौसम विभाग (IMD) की ताज़ा जानकारी के अनुसार, आज यानी 26 जुलाई को हरियाणा के 15 जिलों में बारिश की कोई संभावना नहीं है। अधिकांश इलाकों में मौसम साफ और धूप वाला रहेगा। ऐसे में लोगों को गर्मी और उमस का सामना करना पड़ सकता है, खासकर दोपहर के समय।
कहां-कहां हो सकती है हल्की बारिश?
आईएमडी ने जानकारी दी है कि आज पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, नूंह और पलवल में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इन इलाकों में बादल छाए रह सकते हैं और कुछ जगहों पर तेज हवाओं के साथ बौछारें भी पड़ सकती हैं।
27 जुलाई से फिर सक्रिय होगा मानसून
आईएमडी के अनुसार, 27 जुलाई से मानसून फिर से हरियाणा में सक्रिय होने जा रहा है। इस दिन सिरसा और फतेहाबाद को छोड़कर शेष सभी 20 जिलों में बारिश होने की संभावना जताई गई है। इससे कृषि कार्यों में तेजी आ सकती है और लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी।
28 जुलाई को हर जिले में बरसात की संभावना
28 जुलाई को पूरे हरियाणा में बारिश का दौर देखने को मिलेगा। इस दिन सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, जींद, कैथल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, पंचकूला, यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, झज्जर, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मेवात और पलवल में बारिश की संभावना जताई गई है। यानी पूरा राज्य फिर से मानसूनी बौछारों से भीगने के लिए तैयार है।
बारिश से किसानों को मिला बड़ा फायदा
मानसून की इस अच्छी शुरुआत से हरियाणा के किसानों को खेतों की सिंचाई में बड़ी राहत मिली है। कई इलाकों में तो बारिश के चलते नलकूप चलाने की जरूरत ही नहीं पड़ी। खासकर धान, कपास और बाजरा जैसी फसलों को इस बारिश से फायदा मिलेगा। वहीं, कुछ स्थानों पर अत्यधिक वर्षा के कारण फसल खराब होने की संभावना भी बनी है।
जलभराव और ट्रैफिक समस्याएं बनीं चुनौती
बारिश जहां एक ओर सुकून और राहत लेकर आई, वहीं दूसरी ओर कई इलाकों में जलभराव, ट्रैफिक जाम और बिजली कटौती जैसी परेशानियों ने भी लोगों की दिनचर्या को प्रभावित किया। नगर निगम और जिला प्रशासन को जल निकासी और साफ-सफाई के लिए अतिरिक्त प्रयास करने पड़ रहे हैं।
मौसम को लेकर सरकार और प्रशासन सतर्क
हरियाणा सरकार और संबंधित विभागों ने मौसम की भविष्यवाणियों को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रखा है। स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थलों पर सावधानी बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं। साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में नदी-नालों के पास जाने से बचने की सलाह दी गई है।
क्या आगे भी जारी रहेगा मानसून का कहर?
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में भी मानसून की सक्रियता बनी रह सकती है। अगस्त की शुरुआत में एक और बारिश का दौर संभावित है। ऐसे में प्रशासन को आपदा प्रबंधन योजनाओं पर काम करने की जरूरत है, ताकि अत्यधिक वर्षा से होने वाले नुकसान को रोका जा सके।

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