21 से 4 अगस्त तक इन तारीखों पर स्कूलों में छुट्टी, स्कूल के बच्चों की हुई मौज School Holiday

School Holiday : उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में श्रावण मास के दौरान होने वाली कांवड़ यात्रा और भारी भीड़भाड़ की संभावनाओं को देखते हुए डीएम अनुज सिंह ने अहम निर्णय लिया है। प्रशासन ने 21 जुलाई से लेकर 23 जुलाई तक जिले के सभी नर्सरी से 12वीं तक के स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है। यह फैसला बच्चों की सुरक्षा और शहर में यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए लिया गया है।

आदेश में किन-किन स्कूलों को शामिल किया गया है?

डीएम द्वारा जारी आदेश के अनुसार, मुरादाबाद महानगर क्षेत्र में आने वाले सभी बेसिक और माध्यमिक स्कूल इस छुट्टी के दायरे में आएंगे। इसके अलावा दिल्ली रोड, कांठ रोड और रामपुर रोड पर स्थित ऐसे स्कूल, जो इन मार्गों से 5 किलोमीटर की सीमा में आते हैं, उन्हें भी छुट्टी दी गई है। यह तीन दिवसीय अवकाश 21, 22 और 23 जुलाई तक रहेगा।

2 और 3 सप्ताह के लिए भी घोषित हुई छुट्टियां

सिर्फ इस सप्ताह ही नहीं, बल्कि आने वाले दो सप्ताहों में भी छुट्टियों का शेड्यूल तय कर दिया गया है। अगले हफ्ते 26 जुलाई से 28 जुलाई और उसके बाद 2 अगस्त से 4 अगस्त तक भी स्कूल बंद रहेंगे। यानी कुल 6 दिन की अतिरिक्त छुट्टियां और भी मिलेंगी। इस फैसले से साफ है कि श्रावण मास में हर सोमवार को कांवड़ यात्रा का असर देखते हुए छुट्टियां पहले से तय की जा रही हैं।

कांवड़ियों की भीड़ और ट्रैफिक जाम बनी वजह

डीएम अनुज सिंह ने कहा कि श्रावण मास के दौरान हर सोमवार को हजारों की संख्या में कांवड़िए शहर के शिवालयों की ओर बढ़ते हैं। इस दौरान मुख्य सड़कों पर भारी भीड़, ट्रैफिक जाम और अफरा-तफरी की स्थिति बन जाती है। ऐसे में स्कूल जाने वाले बच्चों और अभिभावकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता

जिला प्रशासन ने साफ कहा कि भीड़भाड़ के समय स्कूल वैन, ऑटो और बसों की आवाजाही के चलते दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है। इसलिए बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। इस निर्णय से न केवल ट्रैफिक कंट्रोल करने में मदद मिलेगी, बल्कि बच्चों की यात्रा भी सुरक्षित रहेगी।

शिक्षा विभाग पहले से था सतर्क

शिक्षा विभाग पहले से ही इस बात को लेकर सतर्क था कि कांवड़ यात्रा के समय स्कूलों के आने-जाने का समय और जलाभिषेक का समय एक जैसा होता है। ऐसे में बच्चों के लिए आवाजाही मुश्किल हो सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग ने डीएम को स्थिति से अवगत कराया, जिसके बाद अवकाश का निर्णय लिया गया।

स्कूलों पर आदेश लागू करने की जिम्मेदारी

इस आदेश को कड़ाई से लागू कराने की जिम्मेदारी जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) को सौंपी गई है। यह आदेश सभी मान्यता प्राप्त बोर्डों के स्कूलों पर लागू होगा, चाहे वे CBSE, ICSE या राज्य बोर्ड से संबद्ध हों।

नागरिकों से संयम और सहयोग की अपील

डीएम अनुज सिंह ने शहरवासियों से अपील की है कि वे प्रशासन को सहयोग करें, किसी भी तरह की अफवाह से बचें, और कांवड़ियों की धार्मिक भावना का सम्मान करते हुए धैर्य बनाए रखें। उन्होंने यह भी कहा कि इस फैसले का मकसद किसी धर्म विशेष को प्रभावित करना नहीं, बल्कि शांति और सुरक्षा बनाए रखना है।

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