23 July School Holiday : सावन माह में कांवड़ यात्रा पूरे चरम पर पहुंच गई है, जिससे दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ट्रैफिक और सुरक्षा को लेकर प्रशासन सतर्क हो गया है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और सड़कों पर जल लाते कांवड़ियों की मौजूदगी को देखते हुए उत्तर प्रदेश के कई जिलों में 23 जुलाई 2025 को स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है।
नोएडा में सभी स्कूल 23 जुलाई को रहेंगे बंद
गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) प्रशासन ने साफ निर्देश जारी किए हैं कि कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूलों को 23 जुलाई को बंद रखा जाएगा। यह आदेश सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को बनाए रखने के उद्देश्य से दिया गया है। हालांकि, ऑनलाइन कक्षाओं की अनुमति दी गई है, ताकि छात्रों की पढ़ाई पर असर न पड़े।
यह आदेश सिर्फ एक दिन के लिए लागू रहेगा। 24 जुलाई से सभी स्कूल सामान्य रूप से खुलेंगे और कक्षाएं पूर्ववत संचालित होंगी।
आदेश उल्लंघन पर होगी सख्त कार्रवाई
जिला प्रशासन ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि कोई स्कूल आदेश की अवहेलना करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन का मुख्य उद्देश्य छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में अनावश्यक गतिविधियों से बचना है।
दिल्ली-एनसीआर में ट्रैफिक पर संकट
हिंदू पंचांग के अनुसार, 11 से 23 जुलाई तक चलने वाली कांवड़ यात्रा में लाखों शिवभक्त गंगाजल लेकर शिवालयों की ओर प्रस्थान करते हैं। वे पैदल चलकर या कांवड़ लेकर रास्तों से गुजरते हैं, जिससे दिल्ली-एनसीआर और आसपास के शहरों में भारी ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न होती है।
इन हालातों में छात्रों का स्कूल आना-जाना जोखिम भरा हो सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद रखने का फैसला किया है।
ऑनलाइन क्लासेस से जारी रहेगी पढ़ाई
हालांकि स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है, लेकिन कई स्कूलों ने पहले से ही यह जानकारी दे दी है कि वे 23 जुलाई को ऑनलाइन क्लासेस आयोजित करेंगे। इससे छात्रों की शैक्षणिक गतिविधियों में रुकावट नहीं आएगी और वे सुरक्षित वातावरण में घर से पढ़ाई जारी रख सकेंगे।
इन जिलों में भी स्कूल बंद रखने के आदेश
नोएडा के अलावा अन्य कई जिलों में भी कांवड़ यात्रा के प्रभाव को देखते हुए स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है। इनमें शामिल हैं:
- गाजियाबाद
- मेरठ
- मुजफ्फरनगर
- बरेली
- बदायूं
इन जिलों में 16 जुलाई से ही छुट्टियों की घोषणा की जा चुकी थी, और यह आदेश 23 जुलाई तक प्रभावी रहेगा। विशेष रूप से मेरठ और मुजफ्फरनगर में श्रद्धालुओं की भारी आवाजाही के चलते स्कूलों को पहले ही बंद कर दिया गया था।
बरेली और बदायूं में विशेष निर्देश
बरेली जिले में दिल्ली रोड और बदायूं रोड के पांच किलोमीटर के दायरे में स्थित सभी स्कूलों को सावन के प्रत्येक सोमवार को बंद रखने के निर्देश पहले से दिए जा चुके हैं। यह निर्णय भीड़ और ट्रैफिक के मद्देनजर लिया गया है।
स्कूल बंद की जानकारी कहां से प्राप्त करें?
यदि आप उन जिलों में रहते हैं जहां कांवड़ यात्रा का प्रभाव देखा जा रहा है, तो यह जानना जरूरी है कि आपके स्कूल में छुट्टी है या नहीं। इसके लिए निम्नलिखित माध्यमों से जानकारी प्राप्त की जा सकती है:
- स्कूल के व्हाट्सएप ग्रुप या मोबाइल ऐप की जांच करें
- स्कूल की आधिकारिक वेबसाइट या हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें
- क्लास टीचर या स्कूल प्रशासन से सीधे बात करें
इस तरह आप सुनिश्चित कर सकते हैं कि बच्चे बिना जानकारी के स्कूल न जाएं और बेफिजूल जोखिम से बचें।
धार्मिक आस्था और प्रशासनिक जिम्मेदारी का संतुलन
सावन माह में कांवड़ यात्रा हिंदू आस्था का प्रमुख पर्व है, लेकिन इसके दौरान प्रशासन को सुरक्षा और यातायात नियंत्रण की अहम जिम्मेदारी निभानी पड़ती है। इस संतुलन को बनाए रखने के लिए स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद करना एक व्यावहारिक निर्णय है।